Thursday, February 13, 2014

करता रहूंगा प्यार तुझे...


हाथ में लाल गुलाब
घुटनों के बल
या कुछ यूं करूं
ले आऊं तुझे
एक लांग ड्राइव पर
चटक चांदनी में
कह दूं अपनी बात
या कुछ यूं करूं
नाव में हो सवार
मझधार में हो जाऊं
थोड़ा रूमानी
या फिर
किसी झील के किनारे
नजरों के रास्ते
तुझे करा दू्ं दिल की सैर
या कुछ यूं करूं
तितलियों के देश में
फूलों के बिच
थाम कर तेरा हाथ
दिखा दूं अपने ज़ज्बात
हर वो बात करूं
जो छूती हो दिल को तेरे
और, लाती हो करीब
और करीब तेरे
क्या इतना भर काफी नहीं
हर बार की तरह
फिर एक बार
कह दूं तुझे
हां, प्यार है तुझसे
और, ताउम्र करता रहूंगा
यूं ही प्यार तुझे

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