इश्क ने निकम्मा कर दिया, वरना तुम भी आदमी थे काम के...?वैसे दिल के खुश रखने को ग़ालिब ये खयाल भी बुरा नहीं है... :)
इश्क ने निकम्मा कर दिया, वरना तुम भी आदमी थे काम के...?
ReplyDeleteवैसे दिल के खुश रखने को ग़ालिब ये खयाल भी बुरा नहीं है... :)