प्यास
Thursday, July 21, 2011
मेरा आज...
मुझे नहीं पता
कल क्या होगा?
मिनट भर बाद की
तक नहीं कुछ खबर
बस जीता हूँ अभी में
और इस में ही
भरता हूँ रंग हर वक्त
कई बार मुझे भी घेरती
है 'कल" की चिंता
तब आँखें मूँदते ही
आज में खड़ी मिलती है 'तू"
1 comment:
shahjada kalim
July 21, 2011 at 12:26 PM
रोशन है ज़िन्दगी रिश्तों और यादों से
यह नूर ही ताउम्र साथ निभाएगा
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रोशन है ज़िन्दगी रिश्तों और यादों से
ReplyDeleteयह नूर ही ताउम्र साथ निभाएगा