Monday, March 14, 2011

सबसे अच्छा दोस्त...

वो कहती-तुम मेरे सबसे अच्छे दोस्त हो
ऐसे दोस्त जो हरदम मेरे साथ हो
मैं तब महज मुस्कुरा देता
तुम्हारे साथ चाय मजा देती है
तुम न हो तो दुनिया बेमजा होती है
तुम्हारे साथ सफर सुहाना होता है
तुम न हो तो भी तुम्हारा जिक्र होता है
तुम से बहस न हो तो नींद नहीं आती है
तुम बिन पिक्चर की कहानी अध्ाूरी लगती है
तुम्हारे साथ शॉपिंग की बात ही और होती है
मैं यह सब सुनकर भी मुस्करा देता
दिल की बात बताने का हौंसला कहाँ से लाता?
एक दिन हिम्मत करके हिम्मत जुटाई
मेरा हाल-ए-दिल सुन वह महज मुस्कुराई
इसके बाद हमारी बात कभी न हो पाई!







 

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