युगंधरा... दुनिया की सबसे खुबसूरत लड़की... सबसे प्यारी बेटी... कितनी भोली, मासूम और वाकई लाजवाब। क्या सुखद अहसास है... तेरे साथ का।
मेरा दिन में सैकड़ों बार तुझे आय लव यू बेबी कहना और हर बार तेरा बड़ा प्यारा सा जवाब- आय लव यू दाता... वाह! और जिंदगी वहीं थम जाती है, इससे ज्यादा क्या कोई खुशनसीब हो सकता है... भला।
तुझ पर इन दिनों 'छोटा भीम" का जादू सिर चढ़ कर बोल रहा है। खुद को छोटा भीम कहती है और अपनी दादी को नाम दिया है छुटकी... सारा दिन छुटकी को लिए-लिए घुमना, कितना मजेदार है। छुटकी भी बड़े मजे से डांट खाती, मस्ती करती, बॉक्सिंग करती नजर आती है।
एक दिन छोटा भीम और छुटकी अन्नापूर्णा मंदिर जाते हैं। दोनों भगवान को धोक देते हैं। छोटा भीम के मुंह से निकलता है- सबका ध्यान रखना...। यह सुन छुटकी और पास ही खड़े लोग भी चौंक जाते हैं। ऐसा है मेरा छोटा भीम।
युगी और दादी जब मंदिर से निकलकर घर को लौट रहे होते हैं, तो युगी कहती है- दादी सा. आप मुझे नीचे उतार दो, आप थक जाओगे। दादी बेचारी वैसे ही इमोशनल... वो पानी भरी आंखों से पूछती है- चलने से तो दोनों थक जाएंगे। युगी थोड़ा चलने के बाद कहती है- दादीसा. ऑटो... और फिर दोनों मजे से ऑटो में बैठ घर पहुंचते हैं।
मम्मा मुझे अपने छोटा भीम का मंदिर में धोक के दौरान का सारा किस्सा सुनाती है। तो मैंने युगी से पूछा- किसने कहा तुझे कि भगवान से ध्यान रखने को बोलने का। तो बोलती है नानी ने। ...कितनी बखूबी उसने नानी की सीख को उतार लिया है। आश्चर्य तब हुआ जब मैंने उससे पूछा कि ध्यान रखना, पर किसका? तो वह एक सांस में मम्मा, दाता, छुटकी, नानी, नाना, दादा, लखन, पुष्कर, अम्मा, काकाओं सहित बीसियों नाम... कमाल है... महज ढाई साल की लड़की और भगवान से ज्यादा ध्यान तो यह रख रही है, अपने फेवरेट लोगों का।
उसके प्यार करने का तरीका भी कमाल है... शायद ही कोई हो जो मुझे इस हद तक प्यार करता हो! मैं ऑफिस में होता हूं और रात में उसके सोने का वक्त होता है तो उसे मेरी चादर, तकिया और जगह चाहिए होती है। फिर मजाल की सोना वहां सो जाए। सोने का तरीका भी देखो... चादर ओढ़कर, मेरे तकिये के नीचे एक हाथ दबाकर, दूसरा हाथ अपने बालों को सहलाते हुए कहती है- अब सो जाते हैं। रात की तीन बजे जब मैं घर पहुंचता हूं, तो मैं उसके नींद में होने के बावजूद आय लव यू कहता हूं, तो कई बार वह नींद में ही बड़बड़ाती है आय लव यू दाता...। अभी 3-4 दिन पहले मुझे बुखार आया। युगी को इंफेक्शन न हो जाए, इसलिए मैं अलग कमरे में सोया। युगी रोज रात को उठती, मां से पूछती दाता आए? सोना बोलती- हां, तो सवाल होता- बीमार है, दूसरे कमरे में सो गए?
मुझे वह कई बार बाळा (बच्चा) कहती है और खुद को मेरी मां मानती है। उस दौरान जो लाड़ मुझे मिलता है, वो अद्भुत है। खुद की छोटी सी गोद में मेरा बड़ा सा सिर जैसे-तैसे रखती है। छोटे-छोटे गद्देदार हाथों से थपकियां देती, किस करती वह मेरी जान ही ले लेती है।...
आय लव यू बेबी...
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